Celebrating Festivals across the World

Saturday, Dec 13, 2025 | Last Update : 08:29 AM IST

Festivals

  • नागपंचमी पूजन का है विशेष महत्व

    नागपंचमी पूजन का है विशेष महत्व

    नाग पंचमी (Nag Panchami) ऐसा पर्व है जिसमें सांप या नाग को देवता (Nag Devta) मानकर उसकी पूजा की जाती है। नाग पंचमी के दिन लोग दिन भर व्रत करते हैं और सांपों को दूध पिलाते हैं।

  • Hariyali Teej  : हरियाली तीज पूजा मुहूर्त और महत्व

    Hariyali Teej : हरियाली तीज पूजा मुहूर्त और महत्व

    श्रावण मास में आने वाली हरियाली तीज का काफी महत्‍व है। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। सावन के महीने में इस पर्व को मनाए जाने के कारण इसे हरियाली तीज कहा जाता है

  • गौतम बुद्ध  के अनमोल विचार

    गौतम बुद्ध के अनमोल विचार

    जिंदगी की दिशा को बेहतर बनाने के लिए गौतम बुद्ध के विचारों को समझना बेहद ही जरुरी है। हम सब जानते है कि गौतम बुद्ध द्वारा कहें गए विचार सैकड़ों साल पुराने है लेकिन आज के दौर में ये खरे उतरते हैं।

  • जाने भगवान नृसिंह के व्रत, कथा व पूजन विधि का महत्व

    जाने भगवान नृसिंह के व्रत, कथा व पूजन विधि का महत्व

    भगवान विष्णु के अवतारों में नृसिंह अवतार बहुत अद्धुत है। इसमें उनका आधा शरीर सिंह का और आधा शरीर मनुष्य रुप में है। भगवान का ये अवतार साबित करता है की वे कण-कण में हैं और अपने भक्त की रक्षा के लिए वे कहीं भी कभी भी अवतार ले सकते हैं।

  • मोहिनी एकादशी व्रत और उसका महत्व

    मोहिनी एकादशी व्रत और उसका महत्व

    पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार धारण करके समुद्र मंथन से निकले अमृत कलश को राक्षसों से बचाया था। द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण ने युधिष्ठिर को इस व्रत को करने की सलाह दी थी। 

  • जाने क्या है अक्षय तृतीया और इसका महत्व

    जाने क्या है अक्षय तृतीया और इसका महत्व

    अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्‍ल पक्ष की तृतीय तिथि को मनाई जाती है। माना जाता है कि इस दिन कोई भी शुभ कार्य करने के लिए पंचागं देखने की जरूरत नहीं है। अक्षय तृतीया पर किए गए कार्यों का कई गुना फल प्राप्‍त होता है।

  • हनुमान जयंती २०१९: झारखंड के गुमला जिले की इस गुफा में हुआ था हनुमानजी का जन्म

    हनुमान जयंती २०१९: झारखंड के गुमला जिले की इस गुफा में हुआ था हनुमानजी का जन्म

    हनुमान जी को भगवान शिव का ११वां अवतार माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि हनुमानजी का जन्म झारखंड के गुमला जिले के आंजनधाम स्थित एक पहाड़ी की गुफा में हुआ था। जिस गुफा में भगवान हनुमान का जन्म हुआ था, उसका दरवाजा कलयुग में अपने आप बंद हो गया। गुफा के दरवाजे को भगवान हनुमान की माता अंजनी ने स्वयं बंद कर लिया, क्योंकि स्थानीय लोगों द्वारा वहां दी गई बलि से वे नाराज थीं। इस गुफा का प्रमाण आज भी  मौजूद है।

  • चैत्र पूर्णिमा शुभ मुहूर्त और विधि

    चैत्र पूर्णिमा शुभ मुहूर्त और विधि

    चैत्र पूर्णिमा को हिंदू धर्म में बहुत खास महत्व दिया जाता है। हिंदूओं में तो यह दिन विशेष रूप से पावन माना जाता है। इस दिन से ही हिंदूओं में वर्ष का प्रथम चंद्र मास भी शुरु होता है। इस दिन लोग उपवास कर चंद्रमा की पूजा करते है। इस दिन को इस लिए भी भाग्यशाली माना जाता है क्योंकि समस्त उत्तर भारत में इस दिन राम भक्त हनुमान जी की जयंती भी मनाई जाती है।

  • महाशिवरात्रि  शिवलिंग के अभिषेक का महत्व

    महाशिवरात्रि शिवलिंग के अभिषेक का महत्व

    शिवलिंग की पूजा से जीवन बाधा रहित हो जाता है और सभी प्रकार के भय, चिंता व कष्‍टों से मुक्ति मिल जाती है। रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान रुद्र का अभिषेक अर्थात शिवलिंग पर रुद्र के मंत्रों के द्वारा अभिषेक करना।

  • महाशिवरात्रि व्रत विधि

    महाशिवरात्रि व्रत विधि

    इस साल २१ फरवरी २०२०  को महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। इस दिन देशभर के सभी शिव मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रहेगी।

  • सरस्वती पूजा के दौरान भूलकर भी न करें ये काम

    सरस्वती पूजा के दौरान भूलकर भी न करें ये काम

    इस साल सरस्वती पूजा ९ और १० फरवरी को मनाई जा रही है। देश के कुछ भागों में चतुर्थी तिथि ९ तारीख को दोपहर से ही समाप्त हो जा रही है और पंचमी तिथि शुरू हो रही है और १० तारीख को पंचमी तिथि २ बजकर ९ मिनट तक रहेगी। इस कारण सरस्वती व बसंत पंचमी दो दिन मनाई जा रही है।

  • जानिए 'पोंगल' पर्व, से जुड़ी पौराणिक कथा

    जानिए 'पोंगल' पर्व, से जुड़ी पौराणिक कथा

    प्राकृतिक को समर्पित यह पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है। इस पर्व के पहले दिन अच्छी फसल के लिए लोग इंद्रदेव की पूजा एवं आराधना करते है। दूसरी दिन भगवान सूर्य की पूजा व अर्चना की जाती है। तीसरी दिन शिव जी के बैल यानी नंदी की पूजा होती है और आखरी दिन काली पूजा कि जाती है जिसमें केवल महिलाएं शामिल होती है।

  • अंगारकी चतुर्थी 2018: अंगारकी चतुर्थी पूजा विधि और महत्व

    अंगारकी चतुर्थी 2018: अंगारकी चतुर्थी पूजा विधि और महत्व

    हिंदू पंचांग के मुताबिक, हर महीने शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को भगवान श्री गणेश को प्रसन्न करने के लिए विनायकी चतुर्थी का व्रत किया जाता है। इस माह में यह व्रत मंगलावर के दिन पड़ रहा है जिस कारण से इसे अंगारक गणेश चतुर्थी कहा जाता है।

  • गुरु नानक जयंती का महत्व और उनके सिद्धांत

    गुरु नानक जयंती का महत्व और उनके सिद्धांत

    गुरु पूर्णिमा को सिखों का सबसे महत्वपू्र्ण पर्व माना जाता है। इस दिन गुरु ग्रंथ साहिब में लिखे नानक देव की शिक्षाएं पढ़ी जाती हैं। इस दिन को "प्रकाश उत्सव" के नाम से भी मनाया जाता है।

  • जानिए  ‘ईद ए मिलाद उन नबी’ का क्या है महत्व

    जानिए ‘ईद ए मिलाद उन नबी’ का क्या है महत्व

    ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व मुस्लिम समुदाय के लिए काफी मायने रखता है। इस प्रमुख पर्व को  पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की याद में मनाया जाता है। ये पर्व इस साल 21 नवंबर बुधवार को देशभर में मनाया जा रहा है।

  • छठ पूजा के दौरान बरतें ये सावधानियां

    छठ पूजा के दौरान बरतें ये सावधानियां

    छठ का पर्व बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मुख्य रुप से मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव और छ्ठी मइया की पूजा अर्चना की जाती है और यह पर्व लगातार चार दिनों तक चलता है। चौथे दिन उगते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद इस महापर्व का समापन होता है।

  • धनतेरस से जुड़ी पौराणिक कथा

    धनतेरस से जुड़ी पौराणिक कथा

    धनतेरस, दिवाली के पांच दिवसीय त्योहार का पहला दिन माना जाता है।इसी दिन भगवान धनवन्‍तरी प्रकट हुए थे।भगवान धन्वंतरि समुन्‍द्र मंथन के दौरान अपने साथ अमृत का कलश और औषधियां लेकर प्रकट हुए थे।

  • धनतेरस 2018 : जानें धनतेरस पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

    धनतेरस 2018 : जानें धनतेरस पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

    धनतेरस के दिन चाँदी खरीदने की विशेष परंपरा है। चांदी को लेकर ये धारणा है कि चाँदी मनुष्य को जीवन में शीतलता प्रदान करता है। चांदी को चंद्रमा का प्रतीक माना गया है। धनतेरस के दिन चाँदी खरीदना शुभ इस लिए भी माना गया है क्यों कि चांदी कुबेर की धातु है और धनतेरस पर चाँदी खरीदने से घर में यश, कीर्ति, ऐश्वर्य और संपदा की वृद्धि होती है।

  • तो ऐसे कि थी 'वाल्मीकि' ने रामायण की रचना

    तो ऐसे कि थी 'वाल्मीकि' ने रामायण की रचना

    हर वर्ष आश्विन माह की पूर्णिमा को महर्षि वाल्मीकि का जन्मदिन मनाया जाता है। महर्षि वाल्मीकि वैदिक काल के महान ऋषि हैं। उन्होंने संस्कृत भाषा में रामायण की रचना की थी।

  • दशहरे से जुड़ी पौराणिक कथाएं

    दशहरे से जुड़ी पौराणिक कथाएं

    यह पर्व बुराई पर अच्‍छाई का प्रतीक है। आज भी कई बुराइयों के रूप में रावण हमारे बीच जिंदा है। बेईमानी, हिंसा, भ्रष्‍टाचार, यौन हिंसा और यौन शोषण जैसी कई बुराइयां हमारे समाज को खोखला कर रही है। रावण दहन के दिन हमे तमाम बुराइयों को खत्‍म करने का संकल्‍प लेना चाहिए।

  • जन्माष्टमी से जुड़ी है ये पौराणिक कथा

    जन्माष्टमी से जुड़ी है ये पौराणिक कथा

    इस साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी 2 सितम्बर को मनाई जाएगी। अत्यचारी कंस का वध करने के लिए श्री कृष्ण ने अपना अवतार श्रावण माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि के दौरान हुआ था।

  • रमजान का महत्व

    रमजान का महत्व

    इस पाक महीने में अल्लाह अपने बंदों पर रहमतों का खजाना लुटाता है।

  • Ramadan Time Table 2018 - Mumbai, India

    Ramadan Time Table 2018 - Mumbai, India

    Ramadan is the 9th Month of the Islamic Calendar and is observed by Muslims across the world as a month of fasting to commemorate the first revelation of the Quran to Prophet Muhammad.

  • Ramadan Time Table 2017 - Mumbai, India

    Ramadan Time Table 2017 - Mumbai, India

    Ramadan is the 9th Month of the Islamic Calendar and is observed by Muslims across the world as a month of fasting to commemorate the first revelation of the Quran to Prophet Muhammad.

  • तुलसी विवाह क्या है और कब मनाया जाता है

    तुलसी विवाह क्या है और कब मनाया जाता है

    तुलसी विवाह देव उठनी एकादशी जिसे प्रबोधनी एकादशी भी कहा जाता है। तुलसी विवाह हिंदू देव विष्णु या उनके अवतार कृष्ण को तुलसी संयंत्र (पवित्र तुलसी) की औपचारिक विवाह है।

  • The Story Behind Jack O'Lantern

    The Story Behind Jack O'Lantern

    We all know that Jack O' Lantern is one of the most recognizable symbols of Halloween but not all of us know the story behind it and where did this tradition come from and the legend behind it.

  • छठ पूजा एक प्राचीन हिंदू वैदिक उत्सव

    छठ पूजा एक प्राचीन हिंदू वैदिक उत्सव

    छठ का पर्व सूर्य और उनकी पत्नी उषा को समर्पित है ताकि उन्हें पृथ्वी पर जीवन की उपजों को बहाल करने के लिए धन्यवाद और कुछ शुभकामनाएं देने का अनुरोध किया जाए। छठ कृष्ण-शुक्ल श्ष्टी पर छठ पूजा की जाती है |

  • Ramadan Eid ईद

    Ramadan Eid ईद

    ईद शवल का चाँद निकलने के बाद मनाई जाती है | ईद का त्यौहार रमजान के महीनाभर के शुक्रनाइ का दिन है |

  • Navroz - The Persian New Year

    Navroz - The Persian New Year

    A Persian Term for New Day, Navruz is the traditional Iranian festival of spring which starts at the exact moment of the vernal equinox, commencing the start of the spring. It is considered as the start of the New Year among Iranians.

  • Mahavir Jayanti

    Mahavir Jayanti

    Jains across the world offer prayers, carry out rath yatras and visit temples on the 13th day of Hindu month of Chaitra to commemorate Mahavir Jayanti, the birth anniversary of the 24 and the last Tirthankar (teaching god who preaches dharma) of Jainism.

  • Maha Shivaratri

    Maha Shivaratri

    A festival celebrated every year on the 13th night/14th day in the Krishna Paksha (waning moon) of the month of Maagha. Read more...

  • Popular December Festivals Across The World

    Popular December Festivals Across The World

    December accounts for the most number of festivals across the world. It is also the month when a major part of the world comes together to celebrate revelry, unique to their surroundings.

  • Dussehra (दशहरा)

    Dussehra (दशहरा)

    विजयदशमी ३० सितंबर २०१७ (शनिवार) पूजा समय विजय मुहुरत = १४ :०८ से १४:५५ अवधि = 0 घंटे ४७ मिनट अपर्णा पूजा समय = १३:२१ से १५ :४२ अवधि = २ घंटे २१ मिनट दश्मी तिथि शुरुआती = २३:४९, २९ सितंबर / २०१७ दशमी तिथी समाप्ति = ०१ :३५ को १ / अक्तूबर / २०१७

  • Eid-ul-adha or Bakr Eid ईद-उल-अधा (बक्र- ईद)

    Eid-ul-adha or Bakr Eid ईद-उल-अधा (बक्र- ईद)

    Eid al-Adha or Festival of Sacrifice" or "Greater Eid" is an important religious holiday celebrated by Muslims worldwide to commemorate the willingness of Abraham (Ibrahim) to sacrife his son Ishmael as an act of obedience to God, before God intervened to provide him with a ram to sacrifice instead. The Meat is devided into three parts. The family retains one third of the share; another third is given to relatives, friends and neighnors; and the other third is given to the poor and needy.

  • Raksha Bandhan (रक्षाबंधन)

    Raksha Bandhan (रक्षाबंधन)

    Raksha Bandhan (रक्षाबंधन, the bond of Protection), or Rakhi (राखी), is a Hindu and Sikh festival primarily observed in North India, which celebrates the relationship between brothers and sisters. The central ceremony involves the tying of a rakhi (scared thread) by a sister on her brother's wrist. This symbolizes the sister's love and prayers for her brother's well-being, and the brother's lifelong bond to protect her. The festival falls on the full moon day (Shravan Poornima) of the Shravan month of the Hindu lunisolar calendar.

  • Guru Purnima

    Guru Purnima

    Guru Purnima (also spelt as Guru Poornima) is an Indian festival celebrated as per the Hindu calendar to show respects towards your Teachers, your Gurus or Mentors.

  • Buddha Purnima (बुद्ध पूर्णिमा)

    Buddha Purnima (बुद्ध पूर्णिमा)

    Buddha Purnima (बुद्ध पूर्णिमा)is an annual holiday observed traditionally by Buddhists in the Indian subcontinent, Sri Lanka, and the South East Asian countries of Singapore, Vietnam, Thailand, Cambodia, Malaysia,Myanmar, and Indonesia. Sometimes informally called Buddhas Birthday, it actually encompasses the birth, enlightenment (nirvana), and passing away(Parinirvana) of Gautama Buddha.

  • Navratri (नवरात्रि)

    Navratri (नवरात्रि)

    Navratri, Navaratri or Navarathri is a Hindu festival of worship and dance. The word Navaratri literally means nine nights in Sanskrit, nava meaning nine and ratri meaning nights. During these nine nights and ten days, nine forms of Shakti Devi are worshipped.

  • Gudi Padwa (गुड़ी पड़वा)

    Gudi Padwa (गुड़ी पड़वा)

    Gudi Padwa (गुड़ी पड़वा) or Gudhi Padwa, often mis-pronounced as guDi padwa because the Marathi name for the Hindu holiday of Chaitra Shukla Pratipada . It is celebrated on the first day of the Chaitra month to mark the beginning of the New Year according to the lunisolar Hindu calendar. It is theorized that Padwa is the origin of the term "Pagwah", a synonymous title used in Guyana and Trinidad for Holi.

  • Vasant Panchami (बसंत पंचमी )

    Vasant Panchami (बसंत पंचमी )

    Vasant Panchami sometimes referred to as Basant Panchami or Shree Panchmi, the goddess of knowledge, music, and art. Its is celebrated every year on the fifth day(Panchami) of the Indian month Magh, the first day of spring.

  • Karva Chauth (करवा चौथ )

    Karva Chauth (करवा चौथ )

    करवा चौथ 13 अक्तूबर 2022को देश भर में मनाया जाएगा। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त - सांयकाल 04 बज कर 36 मिनट से 06 बज कर 54 मिनट तक रहेगा। चंद्रोदय का समय दिल्ली समेत कई राज्यों में रात 08 बजे है। इसी समय अर्घ्य दिया जाना भी शुभ है।

  • Lohri, Makar Sakranti, Pongal (मकर सक्रांति ,लोहड़ी ओर पोंगल)

    Lohri, Makar Sakranti, Pongal (मकर सक्रांति ,लोहड़ी ओर पोंगल)

    Lohri is an extremely popular Punjabi agricultural winter festival celebrated throught Punjab(India) and in Haryana, Himachal Pradesh, Delhi and Jammu.Thai Pongal is a harvest festival widely celebrated by Tamils in the Indian state of Tamil Nadu and in Sri Lanka. Pongal coincides with the festival Makara Sankranthi celebrated throughout India. Pongal in Tamils means "boiling over or spill over." The Boiling over the milk in the clay pot symbolizes material abundance for the household. Thai Pongal, celebrated at harvest time, is traditinally intended to thank the Sun God and farmstead livestock that helped create the material abundance.