शिक्षक दिवस स्पेशल - परिवर्तन और बदलाव सोशल मीडिया द्वारा

Aazad Staff

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संयुक्त राष्ट्र द्वारा पांच अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस घोषित किया गया है, पर अलग-अलग देशों में स्थानीय महत्व के आधार पर यह दिन चुना गया है।

जीवन का सही मार्ग दर्शन एक गुरु के माध्यम से ही संभव है फिर चाहे वो गुरु एक शिक्षक हो, माता पिता हो या फिर कोई मित्र। गुरु ही सही मायनों में जिंदगी जीने का तरीका और आने वाली मुश्किलों से लड़ना सिखलाते हैं। गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्?ति नहीं हो सकती। गुरु की कृपा से व्?यक्ति कुछ भी हासिल कर सकता है।

हर साल 5 सितंबर को टीचर्स डे यानी शिक्षक दिवस मनाया जाता है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के मौके पर पूरा देश 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाता है। यह दिन देश के सभी शिक्षकों और गुरूओं को समर्पित है। इस दिन शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है।

आज जब हर चीज सोशल मीडिया पर आ चुकी है, तो शिक्षक दिवस कैसे अछूता रह सकता है। छात्र ऑडियो मैसेज, वीडियो मैसेज, ईमेल, ऑनलाइन चाट या सोशल मीडिया के माध्यम से फेसबुक या WhatsApp के ज़रिये अपने शिक्षकों ओर गुरुओं को बधाई और शुभकामनाएं देते हैं|

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कौन थे सर्वपल्?ली राधा कृष्णन
डा. सर्वपल्?ली राधा कृष्णन भारत के दूसरे राष्ट्रपति और एक शिक्षक थे। वह पूरी दुनिया को ही स्कूल मानते थे, उनका कहना था कि जहां कहीं से भी कुछ सीखने को मिले उसे अपने जीवन में उतार लेना चाहिए। वह पढ़ाने से ज्यादा छात्रों के बौद्धिक विकास पर जोर देने की बात करते थे। 1954 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।

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